बलात्कार के आरोप में स्थानिक अपराध शाखा,चंद्रपुर के पुलिस कर्मचारी संजय आतकुलवार पुलिस हिरासत में
*हिमायूँ अली(मुख्य संपादक-RTI NEWS.)* *खबर और जाहिरात देने के लिए संपर्क करे* *8975250567*
चंद्रपुर: पुलिस यह नाम सुनते ही आम जनता के दिल में एक डर,आदर, सुरक्षा की भावना पैदा होती है. आम लोगों की जिंदगी में पुलिस यह नाम का अत्यधिक महत्त्व होता है. पुलिस को जनता का रक्षक कहां जाता है. परंतु जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो आम जनता कहां पर जाए किस से मदद की गुहार लगाए ? सवाल आम जनता के दिलों में पैदा होता है.
ऐसे ही एक घटना रामनगर पुलिस स्टेशन चंद्रपुर में सामने आई है जहां पर एक महिला पीड़ित द्वारा स्थानिक अपराध शाखा, (local crime branch) चंद्रपुर के पुलिस कर्मचारी संजय आतकुलवार पर बलात्कार का गंभीर आरोप लगाया हैं. पीड़िता द्वारा कहा गया है कि उसके पति को झूठे केस में फसाया गया था. जिसके बाद उसे डरा-धमका कर अनेक दिनों से उसका शारीरिक शोषण स्थानिक अपराध शाखा चंद्रपुर के कर्मचारी संजयआतकुलवार द्वारा किया जा रहा था. इस कार्य में आरोपी संजय आतकुलवार का साथ और भी लोगो द्वारा दिया जा रहा था ?
जब महिला की अत्याचार सहने की क्षमता खत्म हो गई तब पीड़ित महिला रामनगर पुलिस स्टेशन चंद्रपुर यहां पर भारतीय राष्ट्रीय मानव अधिकार पार्टी की श्रीमती सरस्वती एस. दास, महाराष्ट्र राज्य अध्यक्ष महिला सेल, के साथ दिनांक 2/4/2024 रोज शाम 7:00 बजे पहुंच गई. परंतु पीड़ित महिला की शिकायत लेने से मना कर दिया गया. ऐसा आरोप पीड़ित महिला ने लगाया है.
पीड़ित महिला द्वारा कुछ समाज सेवक तथा मीडिया के लोगो से संपर्क किया गया. कुछ ही देर में समाज सेवक तथा मीडिया थाने में पहुंच गए. घटना की जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक को दी गई. कुछ ही देर में रामनगर थाने में रीना जनबंधु,ad.sp चंद्रपुर , तथा यादव,sdpo चंद्रपुर पहुंच गए. पीड़ित महिला के साथ लंबे समय की पूछताछ के बाद पीड़ित महिला की शिकायत ली गई.
शिकायत के आधार पर आरोपी संजय आतकुलवार पर भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 450, 376 (2) (अ )(1),376,506 के अंतर्गत मामला दर्ज करके पुलिस हिरासत में ले लिया गया है.
परंतु यहां पर एक सवाल पैदा होता है कि महिला की शिकायत लेने से पुलिस ने क्यों मना किया था? क्या इस तरह के हर प्रकरण में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच पड़ताल की जाती है क्या ? पीड़ित महिला ने अपने वीडियो में कहा है की, आरोपी का साथ देने वाले लोगो का नाम लिया है. परंतु F.I.R में सिर्फ आरोपी संजय आतकुलवार का नाम दर्ज है ?
तो क्या आरोपी का साथ देने वालों को पुलिस प्रशासन द्वारा बचाने की कोशिश की जा रही है ? यह लोगो में चर्चा का विषय बना हुआ है.