डॉक्टर की लापरवाही के कारण ढाई साल के बच्चे की मृत्यु !
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मृतक के परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप !
चंद्रपुर :- अनिल पिंपळकर रा. नायेगांव,भुदरुक, तहसील – वणी, जिला- यवतमाळ इनके सुपुत्र विहान अनिल पिंपळकर, उम्र- ढाई साल, की तबीयत खराब होने की वजह से दिनांक 6/12/2022 रोज तकरीबन दोपहर 1:00 से 2:00 बजे उसे धुग्गुुस के गौरव क्लीनिक में ले जाया गया. जहां पर डॉक्टर वामन वराटे (B.A.M.S) द्वारा उसका इलाज किया गया. इलाज के कुछ ही देर बाद अचानक से बच्चे की तबीयत खराब होने लगी और तकरीबन 3:00 से 4:00 बजे के दरमियान बच्चे की मृत्यु हो गई. पुलिस द्वारा मृतक बच्चे को चंद्रपुर के सरकारी हॉस्पिटल में तकरीबन शाम 7:15 मिनट पर लाया गया तथा बच्चे के शरीर को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
मृतक बच्चे विहान की नानी से बात करने पर उन्होंने कहा कि डॉक्टर वामन वराटे (B.A.M.S) द्वारा बच्चों को इंजेक्शन दिया गया.जिसके बाद बच्चे की आंखें लाल हो गई तथा मुंह से फेस निकलने लगा और बच्चा पूरी तरह से अकड़ गया था. मृतक के परिजनों के अनुसार डॉक्टर वामन वराटे (B.A.M.S) द्वारा इंजेक्शन देने के बाद ही बच्चे की मृत्यु हो गई है ऐसा गंभीर आरोप लगाया है ! बच्चे की मां का रो- रो कर बुरा हाल हो गया है. मृतक के परिजनों ने शासन /प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है. पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई जारी है अब देखना है कि क्या वाकई में डॉक्टर की लापरवाही से मासूम बच्चे की जान चली गई है ? यह तो पोस्टमार्टम तथा तपास पूरी होने के बाद ही मालूम पड़ेगा ? इस प्रकरण में समाज सेवीका सरिता मालु द्वारा चंद्रपुर के वैद्यकीय महाविद्यालय के प्रमुख (D.N) से बात की गई है.