पुलिस प्रताड़ना से परेशान युवक की आत्महत्या ? परिजनों ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
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चंद्रपुर, 25 सितंबर 2024 चंद्रपुर शहर के माचिस फैक्टरी क्षेत्र स्थित बागला चौक में आज दोपहर तकरीबन 1 बजे 30 वर्षीय पुरूषोत्तम हाउसलाल सहारे ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने पूरे इलाके में खलबली मचा दी है। मृतक के माता-पिता और पत्नी का आरोप है कि यह आत्महत्या चंद्रपुर पुलिस द्वारा की गई प्रताड़ना का परिणाम है।
पुरानी घटना से जुड़ा मामला
1 जुलाई 2024 को बेनर स्टेशन परिसर में एक लाश बरामद हुई थी, जो रोशन पाटिल नामक व्यक्ति की थी। रोशन पाटिल, चंद्रपुर के लक्ष्मी किराना, समय मेडिकल के पास रहने वाला था। इस मामले में शक के आधार पर पुलिस ने बार-बार पुरूषोत्तम को थाने में तलब किया और पूछताछ के दौरान कथित तौर पर उसे प्रताड़ित किया गया। परिजनों के अनुसार, उससे पैसों की भी मांग की गई थी।
पुलिस स्टेशन जाने के बाद की आत्महत्या
24 सितंबर को पुलिस सब इंस्पेक्टर (PSI) मनोज नंदुरकर ने पुरूषोत्तम को थाने बुलाया था, पर वह किसी कारणवश नहीं जा पाया। आज, 25 सितंबर को, वह थाने गया और वापस घर लौटने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
उच्च स्तरीय जांच की मांग
मृतक के माता-पिता और पत्नी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि पुरूषोत्तम पुलिस की प्रताड़ना से मानसिक दबाव में था, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस निरीक्षक प्रभावती एकुरे और SDPO सुधाकर यादव सरकारी हॉस्पिटल पहुंचे, जहां मृतक के शव की जांच की गई। भाजपा के चंद्रपुर जिले के महामंत्री प्रज्वल कडु, भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र रायपुरे और कई पत्रकार भी घटनास्थल पर मौजूद थे। मृतक के शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं, लेकिन पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि वे अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया एडवांस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद देंगे।
इस घटना से पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं ? अब सभी की नजरें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच के नतीजों पर टिकी हैं।