ग्रामपंचायत अजयपुर के सरपंच और ग्रामसेवक के खिलाफ एसीबी की कार्रवाई
मुख्य संपादक - हिमायुँ अली,मोबाइल नंबर -8975250567

चंद्रपुर, 6 मार्च 2025 – भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग (एसीबी), चंद्रपुर की टीम ने ग्रामपंचायत अजयपुर, तहसील व जिला चंद्रपुर के ग्रामसेवक विकास सुधाकर तेलमासरे और ग्राम सरपंच नलिनी दामोदर तलांडे को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 6 मार्च 2025 को की गई, जब ग्रामसेवक को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। सरपंच भी रिश्वत की मांग और स्वीकृति की तैयारी में शामिल पाई गईं।
◊ मामले की पृष्ठभूमि ◊
शिकायतकर्ता चंद्रपुर के निवासी हैं, जिन्होंने ग्राम अजयपुर में कृषि भूमि खरीदी थी। उन्हें इस भूमि का फेरफार (नामांतरण) ग्रामपंचायत के रिकॉर्ड में दर्ज कराना था, साथ ही वे इस भूमि पर कुक्कुट पालन (पोल्ट्री फार्म) का व्यवसाय शुरू करना चाहते थे, जिसके लिए उन्हें ना-हरकत प्रमाणपत्र (NOC) की आवश्यकता थी।
इसके लिए उन्होंने 8 जनवरी 2025 को ग्रामपंचायत कार्यालय, अजयपुर में सभी आवश्यक दस्तावेज जमा किए थे। पंचायत के नियमानुसार, यह मामला 14 फरवरी 2025 को ग्रामसभा की बैठक में प्रस्तुत किया गया।
इसी बैठक में सरपंच नलिनी तलांडे ने 10,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। इसके अलावा, उसी दिन ग्रामसेवक विकास तेलमासरे ने भी फेरफार दर्ज करने और एनओसी जारी करने के लिए 10,000 रुपये की मांग की।
◊ शिकायत और एसीबी की कार्रवाई ◊
चूंकि शिकायतकर्ता रिश्वत देने के लिए तैयार नहीं थे, उन्होंने 1 मार्च 2025 को लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग (ACB), चंद्रपुर से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत की जांच के लिए 4 और 5 मार्च 2025 को एसीबी की टीम ने सत्यापन किया। इस दौरान:
ग्रामसेवक विकास तेलमासरे ने खुद के लिए 5,000 रुपये की रिश्वत लेने और सरपंच के लिए 10,000 रुपये लेने की बात स्वीकार की।
सरपंच नलिनी तलांडे ने भी रिश्वत की मांग की और लेने की सहमति जताई।
इसकी पुष्टि होने के बाद, एसीबी ने 6 मार्च 2025 को जाल बिछाने की योजना बनाई।
◊ गिरफ्तारी की पूरी प्रक्रिया◊
6 मार्च 2025 को योजना के अनुसार:
1. शिकायतकर्ता को तयशुदा राशि के साथ पंचायत समिति कार्यालय, चंद्रपुर भेजा गया।
2. ग्रामसेवक विकास तेलमासरे ने मुख्य प्रवेश द्वार पर 5,000 रुपये की रिश्वत स्वीकार की।
3. जैसे ही उन्होंने पैसे लिए, एसीबी की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।
4. सरपंच नलिनी तलांडे ने भी रिश्वत की मांग की और इसे स्वीकारने की तैयारी में थीं, जिसके आधार पर उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया।
दोनों आरोपियों को फिलहाल हिरासत में लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
◊ इस ऑपरेशन में कौन-कौन शामिल था ◊
यह पूरी कार्रवाई लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग (ACB), चंद्रपुर की टीम द्वारा अंजाम दी गई। इस ऑपरेशन का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक (ACB) नागपुर दिगंबर प्रधान और अपर पुलिस अधीक्षक (ACB) नागपुर संजय पुररंदे के मार्गदर्शन में किया गया।
◊ टीम में शामिल अधिकारी: ◊
पुलिस उपाधीक्षक (ACB) चंद्रपुर – मंजुषा भोसले
पुलिस निरीक्षक – जितेंद्र गुरनुले
सहायक फौजदार – रमेश दुपारे
पुलिस हवलदार – हिवराज नेवारे
पुलिस शिपाई – वैभव गाडगे, अमोल सिडाम, राकेश जांभुलकर
महिला पुलिस शिपाई – मेघा मोहुर्ले
चालक पुलिस शिपाई – सतिश सिडाम
चालक पुलिस शिपाई – संदीप कौरोसे (ACB, चंद्रपुर)
टीम ने संपूर्ण कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया और रिश्वतखोरी के इस मामले में पुख्ता सबूत जुटाए।
◊ एसीबी की नागरिकों से अपील ◊
लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग (ACB) चंद्रपुर ने नागरिकों से अपील की है कि: यदि कोई सरकारी अधिकारी, कर्मचारी या उनके एजेंट किसी भी शासकीय कार्य के लिए कानूनी शुल्क के अलावा रिश्वत मांगते हैं, तो तुरंत ACB से संपर्क करें।
शिकायतकर्ता का नाम और पहचान गुप्त रखी जाएगी।
भ्रष्टाचार मुक्त समाज के लिए लोगों को आगे आकर भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
ACB हेल्पलाइन नंबर:
लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग, चंद्रपूर
फोन क. ०७१७२-२५०२५१
टोल फ्री नंबर- १०६४
मंजुषा भोसले, पोलीस उप अधीक्षक – ९३२२२५३३७२
जितेंद्र गुरनुले, पोलीस निरीक्षक – ८८८८८५७१८४
Website www.acbmaharashtra gov in
◊ निष्कर्ष ◊
ग्रामपंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार का यह मामला प्रशासन में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करता है। ACB की इस सफल कार्रवाई से संदेश साफ है कि कोई भी अधिकारी रिश्वतखोरी में लिप्त पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। नागरिकों को भी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए और किसी भी प्रकार की अवैध मांग का विरोध करना चाहिए।