शिवा वझरकर हत्याकांड: जमानत पर रिहा आरोपी बेखौफ चंद्रपुर में घूम रहे, परिवार ने सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई
मुख्य संपादक - हिमायुँ अली,मोबाइल नंबर -8975250567

चंद्रपुर: शिवा वझरकर हत्याकांड को एक साल पूरा हो चुका है, लेकिन इस घटना का दर्द और न्याय की उम्मीद उनके परिवार और दोस्तों के दिलों में अब भी कायम है। 25 जनवरी 2024 को चंद्रपुर शहर युवा सेना(उबाठा)प्रमुख शिवा वझरकर की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में स्वप्नील काशीकर, हिमांशु कुमरे और अन्य 6 आरोपी शामिल हैं।
हालांकि, 6 आरोपी जमानत पर रिहा हो चुके हैं, लेकिन उनके शहर में घूमने की खबरों ने वझरकर के परिवार को डर और असुरक्षा के माहौल में डाल दिया है। कोर्ट द्वारा चंद्रपुर में रहने पर रोक लगाने के बावजूद आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं ? जिससे गवाहों पर दबाव बनाया जा रहा है।
“कानून की अवहेलना कर रहे आरोपी”
परिवार ने आरोप लगाया कि जमानत पर रिहा आरोपी कानून की अनदेखी कर रहे हैं और चंद्रपुर में स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं। इससे गवाहों पर दबाव बनाकर उन्हें डराने का प्रयास किया जा रहा है। परिवार ने प्रशासन से त्वरित और कठोर कार्रवाई की मांग की है ताकि आरोपी फिर से अपराध न कर सकें और न्याय की प्रक्रिया में बाधा न बने।
“‘मोक्का’ के तहत कार्रवाई की मांग, लेकिन प्रशासन की उदासीनता”
परिवार और समर्थकों ने महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मोक्का) के तहत आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने पुलिस अधीक्षक और विशेष पुलिस महानिरीक्षक को पत्र भी भेजे, लेकिन प्रशासन ने इस पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। परिवार का कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता के चलते उनकी सुरक्षा को खतरा बढ़ गया है।
“धमकियों और दबाव के बीच जी रहा है परिवार”
परिवार ने दावा किया है कि आरोपी और उनके समर्थक बार-बार गवाहों और परिवार को धमका रहे हैं। केस वापस लेने का दबाव डाला जा रहा है। धमकियों के चलते परिवार मानसिक तनाव और डर के माहौल में जी रहा है।
“परिवार की भावनात्मक स्थिति”
शिवा वझरकर के परिवार ने कहा कि उन्हें न्याय की उम्मीद है, लेकिन आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और गवाहों पर दबाव डाल रहे हैं। इससे केस की जांच पर भी प्रभाव पड़ने की आशंका है। परिवार ने सरकार और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और सुरक्षा की मांग की है।
पत्रकार परिषद में सागर दास,नीलेश हिवराळे, मिलिंद वझरकर(पिता),अमित वझरकर(भाई),अंजलि वझरकर(आई),अनिकेत उराडे,कार्तिक,हुसैन,इत्यादि उपस्थित थे।