जिसने एक जान बचाई, उसने पूरी इंसानियत को बचाया
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चंद्रपुर: 13 मार्च 2025 को दोपहर के समय मूल से चंद्रपुर की ओर आ रहे आलोक मिरदा (बंगाली कैंप) का मूल रोड पर गंभीर सड़क हादसा हो गया। दुर्घटना के बाद वह करीब आधे घंटे तक सड़क किनारे जंगल में घायल अवस्था में पड़ा रहा, लेकिन कोई भी उसे उठाने या मदद करने के लिए आगे नहीं आया।
कुछ देर बाद यूथ मूवमेंट चंद्रपुर (रहमतनगर) के हारून शेख अपनी दोपहिया वाहन से वहां से गुजर रहे थे। उनकी नजर जैसे ही आलोक मिरदा पर पड़ी, उन्होंने तुरंत गाड़ी रोकी और घायल व्यक्ति के पास पहुंचे। उन्होंने देखा कि आलोक खून से लथपथ था। हारून शेख ने तुरंत उसका मोबाइल ढूंढकर उसके परिवार को फोन किया और एंबुलेंस बुलवाई। इसके बाद वे उसे लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां समय पर इलाज मिलने से आलोक की जान बच गई।
आलोक मिरदा के परिवार वालों ने हारून शेख का तहेदिल से आभार व्यक्त किया। इस घटना पर हारून भाई ने कहा, “पवित्र क़ुरआन में अल्लाह ने इंसानी जान बचाने का हुक्म दिया है। रमज़ान के पाक महीने में अल्लाह ने मुझे नेक काम करने का मौका दिया और मैंने वही किया।”
हारून शेख के इस सराहनीय कार्य की चारों ओर सराहना हो रही है। यह घटना मानवता की सच्ची मिसाल है, जो दिखाती है कि धर्म, जाति से ऊपर उठकर किसी की जान बचाना ही सबसे बड़ा पुण्य है।