खासदार प्रतिभा धानोरकर के ‘अल्टिमेटम’ का असर — मनपा प्रशासन आखिरकार जागा
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‘जीवघातक’ सड़कों की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर शुरू

चंद्रपुर : शहर की “जीवघातक” सड़कों की मरम्मत को लेकर खासदार प्रतिभा धानोरकर द्वारा दिए गए 5 दिन के अल्टिमेटम का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। लंबे समय से उपेक्षित पड़ी सड़कों की स्थिति को लेकर नागरिकों के आक्रोश और सांसद के तीखे रुख के बाद, चंद्रपुर महानगर पालिका प्रशासन आखिरकार हरकत में आ गया है।
प्रतिभा धानोरकर ने कुछ दिन पहले मनपा आयुक्त को पत्र भेजकर शहर की दयनीय सड़क स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि अगर 5 दिनों के भीतर मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ, तो वे मनपा मुख्यालय के प्रांगण में ही “गिट्टी फेंको आंदोलन” करेंगी।

उनके इस कड़े रुख के बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आया और शहर के मुख्य व आंतरिक मार्गों पर गड्ढे भरने और मरम्मत के कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिए गए हैं। कई क्षेत्रों में मनपा की टीमें सक्रिय होकर कार्य कर रही हैं।

नागरिकों ने राहत की सांस लेते हुए कहा कि धानोरकर के अल्टिमेटम ने प्रशासन को झकझोर दिया, जिससे वर्षों से लंबित काम आखिरकार शुरू हुआ। अब यह चर्चा पूरे शहर में जोरों पर है कि अगर सांसद ने आंदोलन की चेतावनी न दी होती, तो शायद प्रशासन अभी भी निष्क्रिय रहता।

हालांकि कुछ इलाकों में काम शुरू हो चुका है, लेकिन कई हिस्सों में गड्ढे अभी भी जैसे के वैसे हैं। इस पर सांसद प्रतिभा धानोरकर ने दोबारा स्पष्ट किया कि यदि 5 दिन के भीतर शेष क्षेत्रों की सड़कों की मरम्मत नहीं हुई, तो आंदोलन और भी तीव्र स्वरूप में किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और जब तक शहर की हर सड़क सुरक्षित और सुगम नहीं हो जाती, तब तक वे इस मुद्दे पर समर्पित रूप से संघर्ष जारी रखेंगी।



