चंद्रपुर में बिना अनुमति शुरू हुआ पुतला निर्माण ? कांग्रेस ने जताई कड़ी आपत्ति !
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कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामू तिवारी ने महापालिका आयुक्त को सौंपा ज्ञापन, “अम्मा चौक” नामकरण पर भी सवाल !
चंद्रपुर: शहर पुलिस स्टेशन और सात मंजिला इमारत के बीच स्थित स्थान पर चंद्रपुर महानगरपालिका द्वारा अचानक एक पुतले का निर्माण कार्य शुरू किया गया ? जिससे विवाद खड़ा हो गया है। यह स्थान फिलहाल पुरातत्व विभाग की निगरानी में होने के बावजूद बिना किसी पूर्व सूचना या अनुमति के निर्माण कार्य शुरू किए जाने पर कांग्रेस ने तीखी आपत्ति जताई है।
चंद्रपुर शहर जिला कांग्रेस कमिटी के जिलाध्यक्ष रितेश (रामू) तिवारी ने इस अनधिकृत निर्माण कार्य का कड़ा विरोध करते हुए इसे तत्काल रोकने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में महानगरपालिका आयुक्त विपिन पालीवाल को ज्ञापन सौंपा और काम पर त्वरित रोक लगाने के आदेश देने की मांग की।
“अम्मा चौक” नामकरण पर भी जताया एतराज
तिवारी ने आरोप लगाया कि जिस स्थान पर यह निर्माण कार्य हो रहा है, वह पूर्व में स्व. गंगुबाई जोरगेवार (अम्मा) द्वारा टोकरी बेचने के लिए उपयोग में लाया जाता था। अब मनपा प्रशासन द्वारा उस क्षेत्र का नाम “अम्मा चौक” रखने की योजना बनाई जा रही है।
उन्होंने सवाल उठाया कि — “जब महानगरपालिका ने अब तक स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी या पूर्व जनप्रतिनिधियों के कार्य की स्मृति में कोई स्मारक नहीं बनाया, तो केवल एक महिला के टोकरी बेचने के आधार पर उस जगह को नाम देना कितना उचित है?”
गांधी चौक की पहचान मिटाने की साजिश ?
तिवारी ने आगे कहा कि यह पूरा क्षेत्र पारंपरिक रूप से “गांधी चौक” के नाम से जाना जाता है। “अम्मा चौक” नाम देकर एक सुनियोजित तरीके से गांधी चौक की ऐतिहासिक पहचान को मिटाने की कोशिश की जा रही है।
पुरातत्व संरक्षण क्षेत्र में निर्माण गैरकानूनी !
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संबंधित भूमि पुरातत्व विभाग के संरक्षण में आती है और वहां किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य कानूनन अवैध है। इस तरह की कार्यवाही से शहर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को खतरा हो सकता है।
अंत में तिवारी ने मांग की कि महानगरपालिका को इस मुद्दे पर तत्काल खुलासा करना चाहिए और उस स्थान पर चल रहे निर्माण कार्य को अविलंब रोका जाना चाहिए।